शुरू हो गई चहल पहल, गांव मोहल्ला और शहर। शुरू हो गई चहल पहल, गांव मोहल्ला और शहर।
घंटों तक बातें होती थीं हँसी-ठिठोली से... घंटों तक बातें होती थीं हँसी-ठिठोली से...
चांद- सूरज की खूबसूरती भी हमारी बूढ़ी आंखें आंक नहीं पाती हैं। चांद- सूरज की खूबसूरती भी हमारी बूढ़ी आंखें आंक नहीं पाती हैं।
मुड़ मुड़ मुझसे आंख मिलाया तुम संग होली पहली होली। मुड़ मुड़ मुझसे आंख मिलाया तुम संग होली पहली होली।
प्यार की दुनिया का एक वही रचेता, जिसके चाहे गम और जिसको चाहे खुशियाँ दे दे प्यार की दुनिया का एक वही रचेता, जिसके चाहे गम और जिसको चाहे खुशियाँ ...
अपनेपन का जहां एक प्यारा सा समां हो अपनेपन का जहां एक प्यारा सा समां हो